Sunday, February 17, 2008

हम अपना अधिकार मांगते,नहीं किसी से भीख मांगते

आज एकतरफा प्रेमियों को बहुत सी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। सब तो ठीक है पर अगर बहुत हिम्मत करके ,प्रेमी अपने प्रेम का इजहार कर देता है तो अव्वल तो लडकी अनसुना कर देती है या फिर अपने घर वालों से कह देती है। इसका नतीजा क्या होता है ये आप सब जानते हैं।
"बेचारा लड़का "बेमुरौब्बत मारा जाता है। घर वालों के लिए यह "दुर्घटना" चुल्लू भर पानी में डूब मरने वाली होती है। उसे आवारा और लफंगा समझा जाता है। उसकी भावनाओं पर "चिक्का" मारा जाता है। उसे बिल्कुल नाकारा समझा जाता है। इसके लिए जरुरी है की एक संगठन बनाया जाए जो एकतरफा प्रेमियों की आवाज़ को बुलंद कर सके। उन्हें उनके अधिकार दिला सके। हम आपके प्रयास की सराहना करते हैं। "गौतम तुम संघर्ष करो,हम तुम्हारे साथ हैं."तर्कुलवा वाले बाबा की जय।

1 comment:

एम आई ज़ाहिर said...

anuj arun ke blo par aap se parichay hua.khayal.ehsaas aur jazbaat mutassir karte hein.behraich se agraj shaayar amber behrichi bhai aur anuj patrakar raveesh ranjan shukla bhi to jode hein.kabhi milna hota hai kya.raVEESH KE NUMBER KHO GAE HEIN.
M.I.ZAAHIR
09928986086
MIZAAHIR@GMAIL.COM
MUSHTAQ.ZAAHIR@GMAIL.COM
BLOG. IZHAARE EHSAAS